आज के समय में हर व्यक्ति के पास मोबाइल मिल ही जाएगा, कीपैड मोबाइल हो या फिर एंड्रॉयड स्मार्टफोन, घर के हर व्यक्ति के पास अलग-अलग मोबाइल रहते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है किस कंपनी का मोबाइल यूज कर रहे हैं। भारत में कौन-कौन से मोबाइल बनते हैं, भारतीय Mobile Company कौन सी है? तो इस पोस्ट को पढ़ते रहिए आपको बताएंगे भारत की मोबाइल कंपनी कौन कौन सी है और भारत में कौन-कौन से मोबाइल बनाए जाते हैं।
आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने के लिए हर भारतीय नागरिक को देश में बने चीजों को यूज करना चाहिए और उसका प्रचार करना चाहिए, चीन के साथ सीमा पर तनाव के बीच भारत के लोगों में चीन विरोधी भावना बढ़ रही है, साथ ही, बड़ी संख्या में लोग मेड इन इंडिया और आत्मानिर्भर भारत की सरकार की पहल का समर्थन कर रहे हैं, जो भारतीय निर्मित उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देता है।
भारतीय Mobile Company कौन सी है?
मेक इन इंडिया अभियान के बाद भारत में काफी संख्या में मोबाइल बन रहे हैं, चीन और भारत के सीमा विवाद के बाद अब भारत के निवासी चीन के मोबाइल का बहिष्कार कर रहे हैं, कई भारतीय नागरिकों ने चीनी के साथ साथ अन्य देशों के उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है, लोग अब भारतीय मोबाइल फोन और ब्रांडों का उपयोग करने की ओर बढ़ रहे हैं।
भारतीय मोबाइल कंपनी की जानकारी हिंदी
यहां हम आपको भारत में बनने वाले मोबाइल के बारे में थोड़ा विस्तार से बताने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि अभी तक बहुत से लोगों को इसके बारे में मालूम नहीं है कि भारत में कितनी कंपनी के मोबाइल बन रहे हैं।
Micromax
Micromax भारत की सबसे बड़ी फोन निर्माता कंपनी है, इसका मुख्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में स्थापित है, यह कम लागत और सस्ती हैंडसेट बनाती है और इसमें एलईडी टीवी और टैबलेट भी निर्मित किए गए हैं।
YU
YU यह भी एक भारतीय ब्रांड है YU Televt का पहला मोबाइल फोन YU Yureka कहलाता था जो Cyanogen OS पर चलता था, और जनवरी 2015 में जारी किया गया था यह Coolpad F2 की कानूनी रीब्रांडिंग है, और 2GB DDR3 RAM के साथ 64-बिट स्नैपड्रैगन 615 SoC द्वारा संचालित है, YU का मुख्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में स्थापित है, यह Cyanogen Inc और Micromax Informatics Limited की सहायक कंपनी है।
Lava
लावा इंटरनेशनल लिमिटेड, मोबाइल handset उद्योग में से एक है, यह भारतीय स्मार्टफोन निर्माता कंपनी है, इसका मुख्यालय नोएडा, उत्तर प्रदेश भारत में है। लावा भारत में एक मोबाइल फोन डिजाइन केंद्र स्थापित करने और नई विनिर्माण सुविधाओं को स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है, कंपनी की स्थापना 2009 में एक दूरसंचार उपक्रम की एक शाखा के रूप में हुई थी।
XOLO
XOLO एक भारतीय मोबाइल ब्रांड है XOLO Lava International की सहायक कंपनी है, इसका मुख्यालय नोएडा में स्थित है, यह व्यक्तिगत Electronics devices जैसे Smartphone, Tablet and Laptop और Powerbank जैसे उपकरणों का निर्माण करता है। अप्रैल 2012 में, Xolo ने भारत का पहला Smartphone Intel Processor, Xolo X900 के साथ लॉन्च किया था।
Karbonn
Karbonn की स्थापना मार्च 2009 में हुई थी यह एक भारतीय स्मार्टफोन निर्माण कंपनी है, यह फीचर फोन, स्मार्टफोन, टैबलेट और मोबाइल फोन एक्सेसरीज का विक्रेता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है, Karbonn Mobiles के पास एयरटेल , वोडाफोन, आइडिया और Jio जैसे प्रमुख दूरसंचार के साथ टाई अप है।
JIO
JIO एक भारतीय दूरसंचार कंपनी है, इसका मुख्यालय मुंबई महाराष्ट्र भारत में स्थापित है, JIO भारत में मोबाइल टेलीफोन, ब्रॉडबैण्ड सेवाएँ तथा डिजिटल सेवाएँ प्रदान करने वाली सबसे बड़ी कम्पनी है। भारत में पहली बार 4G LTE Services और VoLTE (Voice over LTE की सेवा की शुरुआत करने वाली यह पहले कंपनी है, इस कंपनी के मार्केट में आने के बाद ही अन्य मोबाइल नेटवर्क कंपनियों ने अपने इंटरनेट पैक को सस्ता किया है।
भारत की मोबाइल कंपनी के नाम – Indian Mobile Company List
- AKAI
- Arise
- CREO
- Celkon
- HCL
- Iball
- Intex
- Jio
- Karbonn
- Lava
- Micromax
- Onida
- Salora
- Spice
- T Series
- Texla
- Videocon
- Wipro
- Xolo
- YU
ऊपर दी गई मोबाइल कंपनी भारत देश की है, हमारे भारत में AKAI, Arise, CREO, Celkon, HCL, Iball, Intex, Jio, Karbonn, Lava, LYF, Micromax, Onida, Salora, Spice, T-Series, Texla, Videocon, Wipro, Xolo, YU कंपनी के मोबाइल बनाए जाते हैं।
उम्मीद है अब आपको पता चल गया होगा, भारतीय Mobile Company कौन सी है?, ऊपर दी गई लिस्ट को देखकर आपको आश्चर्य हो सकता है, क्योंकि भारत में काफी कंपनी के मोबाइल बन रहे हैं, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है, कि इतनी संख्या में मोबाइल बनते हुए भी भारतीय विदेशी कंपनियों के मोबाइल की ओर आकर्षित हो रहे हैं, हर भारतीय नागरिक को भारत में बने चीजों को बढ़ावा देना चाहिए, तभी सरकार का आत्मनिर्भर भारत अभियान सफल हो पाएगा।